Wednesday, November 5, 2008

अवसरवादी

जो गद्दार हैं
अपने आप को
अवसरवादी बता रहे हैं
अर्थात
शब्दों के खेल में
अपनी
असलियत छिपा रहे हैं।
ऐसे ही लोग
देश के रहनुमा बनते जा रहे हैं।

6 comments:

dhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह } said...

बहुत विशाल आकाश में आपका स्वागत है ,उड़ते रहिये

सागर नाहर said...

इसी बात का तो रोना है दोस्त! अब आप ही कुछ रास्ता सुझाईये ।
:)
आपका हिन्दी चिट्ठाजगत में हार्दिक स्वागत है।

गोविंद गोयल, श्रीगंगानगर said...

aji kya kahane, narayan narayan

रचना गौड़ ’भारती’ said...

आपका हर्दिक स्वागत है ।
कविता गज़ल के लिए मेरे ब्लोग पर पधारें ।

अभिषेक मिश्र said...

सच्चाई है आपकी पंक्तियों में.स्वागत आपका मेरे ब्लॉग पर भी.

Amit K Sagar said...

Kyaa aapkaa naam yahee hai...chunki ye rachnaa to nahin nahin!
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ब्लोगिंग जगत में आपका हार्दिक स्वागत है. लिखते रहिये. दूसरों को राह दिखाते रहिये. आगे बढ़ते रहिये, अपने साथ-साथ औरों को भी आगे बढाते रहिये. शुभकामनाएं.
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साथ ही आप मेरे ब्लोग्स पर सादर आमंत्रित हैं. धन्यवाद.